आदिश्री का सन्देश
आदिश्री अरुण
Message Of Aadishri
इस संसार में ज्ञान के सामान पवित्र करने वाला कुछ भी नहीं है।जितेन्द्रिय (इन्द्रियों को जितने वाला), साधन परायण और श्रद्धावान मनुष्य ज्ञान को प्राप्त होता है।
ज्ञान को प्राप्त होकर वह बिना विलम्ब के,तत्काल ही भगवत्प्राप्तिरूप परम शांति को प्राप्त हो जाता है।
लेकिन जो व्यक्ति विवेकहीन, श्रद्धारहित और संशययुक्त है वह परमार्थ से अवश्य ही भ्रष्ट हो जाता है।
ऐसे संशययुक्त मनुष्य के लिए न यह लोक है, न परलोक है और न सुख ही है।