उद्घोष
आदिश्री अरुण
उद्घोष
Declaration
जिंदगी जीना सीखिए, दिखावे के बगैर
प्रभु कल्कि पर विश्वास रखिए, शंका के बगैर
क्या मंदिर, क्या मस्जिद, क्या गंगा की जल-धार करे
वो घर मन्दिर है, जिसमें औलाद मां-बाप का सत्कार करे
चरणामृत, क्या प्रसाद-पान, मनुष्य का कल्याण करे
कल्याण कारिणी मां-बाप की सेवा, जब उनसे प्यार करे
कोई मुझसे पूछे कि जख्म पर लगाने की औषधि क्या है
परमात्मा ने दी वह औषधि सभी को सुनो जी
बताओ प्रसन्नता से कारगर दुर्लभ औषधि क्या है?