कलियुग के अंत होने की क्या है 11 निशानियाँ ?
ईश्वर पुत्र अरुण
11 Sign Of End Of Kaliyuga
कलियुग के अंत होने की क्या है 11 निशानियाँ निम्नलिखित हैं :
(1) कलियुग के अंत में धर्म, सत्यवादिता, स्वच्छता, सहिष्णुता, दया, जीवन की अवधि, शारीरिक शक्ति और स्मृति सभी दिन-ब-दिन कम होती चली जाएगी ।
(2) कलियुग के अंत में जिस व्यक्ति के पास जितना धन होगा वह उतना गुणी माना जाएगा और कानून, न्याय केवल एक शक्ति के आधार पर लागू किया जाएगा ।
(3) कलियुग के अंत में पुरुष-स्त्री बिना विवाह के ही केवल एक-दूसरे में रूचि के अनुसार साथ रहेंगे। व्यापार की सफलता छल पर निर्भर करेगी। कलयुग में ब्राह्मण सिर्फ एक धागा पहनकर ब्राह्मण होने का दावा करेंगे ।
(4) कलियुग के अंत में जो मनुष्य घूस देने या धन खर्च करने में असमर्थ होगा, उसे अदालतों से ठीक-ठाक न्याय न मिल सकेगा। जो व्यक्ति बहुत चालाक और स्वार्थी होगा वो इस युग में बहुत विद्वान माना जाएगा ।
(5) कलियुग में लोग भूख-प्यास और कई तरह की चिंताओं से दुखी रहेंगे। कई तरह की बीमारियां उन्हें हर समय घेरे रहेगी। कलियुग में मनुष्य की उम्र केवल बीस या तीस वर्ष की होगी ।
(6) कलियुग में लोग दूर के नदी-तालाबों को तो तीर्थ मानेंगे, लेकिन अपने पास रह रहे माता-पिता की निंदा करेंगे। सिर पर बड़े-बड़े बाल रखना ही सुंदरता मानी जायेगी और केवल पेट भरना ही लोगो का लक्ष्य होगा ।
(7) कलियुग में कभी बारिश न होगी, सूखा पड़ जाएगा. कभी कड़ाके की सर्दी पड़ेगी तो कभी भीषण गर्मी हो जायेगी । कभी आंधी आएगी तो कभी बाढ़ आ जाएगी। इन परिस्तिथियों से लोग परेशान होंगे और नष्ट होते जाएंगे ।
(8) कलियुग में इस युग में जिस व्यक्ति के पास धन नहीं होगा वो अधर्मी, अपवित्र और बेकार माना जाएगा । विवाह दो लोगों के बीच बस एक समझौता होगा और लोग बस स्नान करके समझेंगे की वो अंतरात्मा से शुद्ध हो गए हैं।
(9) कलियुग में कर्म के काम केवल लोगों के सामने अच्छा दिखने और दिखावे के लिए किए जायेंगे । पृथ्वी भ्रष्ट लोगों से भर जाएगी और लोग सत्ता हासिल करने के लिए एक दूसरे को मारेंगे ।
(10) कलियुग में अकाल और अत्याधिक करों के कारण परेशान लोग घर छोड़ सड़कों व पहाड़ों पर रहने को मजबूर हो जाएंगे, साथ ही पत्ते, जड़, मांस, जंगली शहद, फूल और बीज खाने को मजबूर हो जाएंगे ।
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(11) कलियुग में माता-पिता अपनी संतान को इतना प्रेम करेंगे, उन्हें सुख सुविधाओं का इतना व्यसनी बना देंगे कि उनकी संतानें उनमें डूबकर अपनी ही हानि कर बैठेंगे। इतना ही नहीं वे सुविधाभोगी और कुमार्गगामी बनकर विभिन्न अज्ञानताओं में फंसकर अपने होश गँवा देंगे।
इसलिए ज्यादातर माता-पिता बच्चों को मोबाइल, बाइक-कार, कपडे, फैशन की सामग्री और पैसे आसानी से उपलब्ध करा देते हैं। इस कारण बच्चों का चिंतन इतना विषाक्त हो गया है कि वो माता - पिता से झूठ बोलना, छिपाना, चोरी करना, अपमान करना सीख गए है। यही कलियुग के अंत होने की निशानी है ।