What is the way of destroying Sorrow?
क्या है दुखों को नाश करने का उपाय ?
(ईश्वर पुत्र अरुण)What is the way of destroying Sorrow?
ईश्वर ने कहा कि दुखों को नाश करने का ठोका - बजाया उपाय योग है उसको जानना चाहिए लेकिन जिसका मन वश में किया हुआ नहीं है, ऐसे पुरुष द्वारा योग संभव नहीं है । तब योग की सिद्धि किस प्रकार होगी यह जानने की जरुरत है ।
गीता 6:23 में ईश्वर ने कहा कि जो दुःखरुप संसार के संयोग से रहित है तथा जिसका नाम योग है; उसको जानना चाहिए । यह मन बड़ा चंचल, प्रमथन स्वभाव वाला, बड़ा दृढ़ और बलवान है । यह कठिनता से वश में होने वाला है । उसको वश में करना वायु को रोकने की भाँति अत्यंत कठिन है ऐसा गीता 6:34 में ईश्वर ने कहा । जिसका मन वश में किया हुआ नहीं है, ऐसे पुरुष द्वारा योग संभव नहीं है ।
गीता 6:17 में ईश्वर ने कहा कि दुखों को नाश करने वाला योग तो यथायोग्य आहार - विहार करने वाले का, कर्मों में यथायोग्य चेष्टा करने वाले का और यथायोग्य सोने तथा जागने वाले का ही सिद्ध होता है । एक दिन में 24 घंटे होते हैं जिसमें
(1) 2 घंटे खाने में तथा घूमने में (Walking करने में) खर्च करो
(2) 8 घंटे काम या नौकरी करने में खर्च करो
(3) 6 घंटे सोने में खर्च करो
(4) 8 घंटे में पूजा, ध्यान, जप इत्यादि करो