मनुष्य से ईश्वर का वादा
ईश्वर पुत्र अरुण
आज ईश्वर आपको ढूंढ रहे हैं। वे आपको पड़ेशानियों में देख कर चिंतित हैं। वे आपको पड़ेशानियों से बहार निकलना चाहते हैं। वे चाहते हैं कि आप आनंदमय जीवन व्यतीत करें। इसलिए वे कल्कि नाम से धरती पर आए। उन्होंने यह वादा किया है कि - डर मत, क्योंकि मैं तेरे संग हूँ , इधर - उधर मत ताक क्योंकि मैं तेरा पमेश्वर हूँ। मैं तुझे दृढ़ करूँगा और तेरी सहायता करूँगा। अपने धर्ममय दाहिने हाथ से मैं तुम्हें संभाले रहूंगा। (धर्मशास्त्र, यशायाह 41 :10 ) उन्होंने यह भी कहा कि - मैं तेरे आगे - आगे चलूंगा और ऊँची - ऊँची भूमि को चौरस करूँगा। ( धर्मशास्त्र, यशायाह 45 :2 ) अर्थात आपके जीवन में जो भी पड़ेशानियां आएगी उसको मिटाकर आनंदमय जीवन देंगे। उन्होंने यहाँ तक कहा कि - जिस प्रकार माता अपने पुत्र को शान्ति देती है वैसे ही मैं भी तुम्हें शान्ति दूंगा। उन्होंने प्रतिज्ञा किया कि तुम्हारे पुकारने से पहले मैं तुम्हें उत्तर दूंगा और तुम्हारे मांगते ही मैं तुम्हारी सुन लूंगा। मैं तुमसे सच कहता हूँ कि विपत्ति के दिन परमेश्वर तुम्हें बचाएंगे। परमेश्वर तुम्हारी रक्षा करके तुम्हें जीवित रखेंगे।