संधाशी हॉस्पिटल के सामने डॉक्टर विकास गुप्ता एवं श्री विजय कुमार जी (सी .इ. ओ.) के सौजन्य से कल्कि माह अवतार ध्यान योग एवं मानव उत्थान समिति के द्वारा आध्यात्मिक सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमें आयुर्वेद, योग और अध्यात्म पर जम कर चर्चा हुई ।
जन कल्याण के लिए हेल्थ चेक अप हेतु फ्री कैम्प लगाया गया तथा दवाइयां मुफ्त बाँटी गई ।
अध्यात्म के सम्बन्ध में लोगों को संबोधित करते हुए ईश्वर पुत्र अरुण ने कहा कि - मैं तुम्हें विज्ञान सहित तत्व ज्ञान दूंगा जिसको जानने के बाद संसार में कुछ भी जानने के लिए शेष नहीं रह जाता है ।
यह हाईयेस्ट क्वालिटी का ज्ञान है । यह विज्ञान सहित ज्ञान सब विद्याओं
का राजा, सब गोपनीयों का राजा, अति पवित्र, अति उत्तम, प्रत्यक्ष फल वाला (अभी करो अभी रिजल्ट मिलेगा ), धर्म युक्त, साधन करने में बड़ा सुगम और अविनाशी है । उन्होंने सभी लोगों को तत्व ज्ञान अर्थात ब्रह्म ज्ञान दिया और लोगों से कहा कि - ब्रह्म ज्ञान (तत्व ज्ञान) वह ज्ञान है जिसके द्वारा लोग जीते - जीते, बिना मरे ब्रह्म को प्राप्त कर मुक्ति को प्राप्त कर लेता है ।
का राजा, सब गोपनीयों का राजा, अति पवित्र, अति उत्तम, प्रत्यक्ष फल वाला (अभी करो अभी रिजल्ट मिलेगा ), धर्म युक्त, साधन करने में बड़ा सुगम और अविनाशी है । उन्होंने सभी लोगों को तत्व ज्ञान अर्थात ब्रह्म ज्ञान दिया और लोगों से कहा कि - ब्रह्म ज्ञान (तत्व ज्ञान) वह ज्ञान है जिसके द्वारा लोग जीते - जीते, बिना मरे ब्रह्म को प्राप्त कर मुक्ति को प्राप्त कर लेता है ।
उन्होंने अंत में लोगों से कहा कि अब मैं मोर - मुकुट पहन कर तुम्हारे सामने नहीं आऊँगा, अब मैं तुम्हारे आगे गले में सर्प लपेट कर और हाथ में त्रिशूल लेकर नहीं आऊँगा । मैं तुम्हारे सामने इसी तरह साधारण मनुष्य रूप में आऊँगा। जो मुझको स्वीकार करेगा वह अनंत जीवन पायेगा और जो मुझको अस्वीकार करेगा वह दुनिया के मेले में खो कर नष्ट हो जाएगा ।
ईश्वर पुत्र अरुण जी ने कहा कि डॉक्टर विकास गुप्ता, डॉक्टर श्रीमती रजनी गुप्ता, डॉक्टर युवराज कुमार त्यागी एवं श्री विजय कुमार जी (सी. इ. ओ.) अपने टीम डॉक्टर को साथ लेकर आयुर्वेद को पुनर्जीवित करने आये हैं क्योंकि ईश्वर ने मनुष्य को स्वस्थ रहने के लिए आयुर्वेद चिकित्सा प्रणाली दिया एलोपैथ चिकित्सा प्रणाली नहीं । आयुर्वेद चिकित्सा प्रणाली वेद से प्रकट हुआ है और वेद भगवान का संविधान है। जो भगवान के संविधान के खिलाफ चलेगा वह दुःख भोगेगा और भगवान के सम्राज्य में कभी नहीं रह सकेगा ।
श्री विजय कुमार जी (सी. इ. ओ.) एक एनर्जेटिक डॉक्टरों एवं स्वयं सेवक का टीम बना कर आयुर्वेद को पुनर्जीवित करने का वीरा उठाया और डॉक्टर विकास गुप्ता, डॉक्टर (श्रीमती) रजनी गुप्ता, डॉक्टर युवराज कुमार त्यागी इत्यादि के साथ मिल कर संधाशी हॉस्पिटल में चार चाँद लगा दिया और सफलता का दीप प्रज्ज्वलित किया।
श्री विजय कुमार जी (सी. इ. ओ.) एक एनर्जेटिक डॉक्टरों एवं स्वयं सेवक का टीम बना कर आयुर्वेद को पुनर्जीवित करने का वीरा उठाया और डॉक्टर विकास गुप्ता, डॉक्टर (श्रीमती) रजनी गुप्ता, डॉक्टर युवराज कुमार त्यागी इत्यादि के साथ मिल कर संधाशी हॉस्पिटल में चार चाँद लगा दिया और सफलता का दीप प्रज्ज्वलित किया।