कल्कि प्रभु मेरे भाग्य विधाता, लाज मेरी रखना, लाज मेरी रखना, लाज मेरी रखना
अरमानों की थाम के डोरी - अरमानों की थाम के डोरी, द्वार पे तेरे हूँ आया मैं
व्याकुल मन घबड़ाया हूँ मैं
संकट से इन तूफानों में, कोई मेरे संघ ना
कल्कि प्रभु मेरे.................
जीवन भर गम सहता रहा मैं, किसी ने मेरा दर्द न जाना
अपनों ने भी समझा बेगाना
तुझ बिन मेरा कोई नहीं अब, जिसको कहूं मैं अपना
कल्कि प्रभु मेरे.................
चिन्ता बैरन मुझी को जलाए, आस - नीरास में मनवा डोले
नैना बरसे हौले - हौले
मन की उलझन सलझ न पाए, भूल गया मैं हँसाना
कल्कि प्रभु मेरे.................