याचना

आदि  श्री अरुण  : हे परमेश्वर ! मुझ पर बस  इतनी सी कृपा करना कि संकटों से घबराकर मैं भागूं नहीं बल्कि उसका डट कर सामना करूँ, मुझको उनसे  जूझने की इतनी शक्ति देना कि  विश्वास की ये ज्योति हर पल मेरे अंदर बनी रहे और मेरे अंदर आत्मबल की ऊर्जा एवं तात्कालिक सूझ - बुझ  की प्रकाश उड़ेलते रहना ।   मेरे जीवन में चाहे कितना भी प्रतिकूल परिस्थितियां क्यों न आ जाए,  मुझे तुम ऐसा  कमजोर होने मत  देना कि मैं  आसान संकटों को  देख कर हिम्मत हार बैठूं और रोने  बैठ जाऊँ कि अब मैं क्या करूँ मेरा सब कुछ छीन गया।  

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