दुनिया में आदिश्री अरुण का शैर
पापा एक ऐसा क्रेडिट कार्ड है जिनके पास बैलेंस न होते हुए भी वह हमारे सपनों को पूरा करने की कोशिश करते हैं । लेकिन जब पापा बूढ़े हो जाते हैं और उन्हें कुछ खाने की इच्छा होती है तो हम सब बेटा बड़ा शान से उनकी इच्छाओं को टाल देते हैं। पापा कुछ नहीं बोलते हैं बल्कि वे चुप रहकर इन्तजार करते हैं कि बेटा बड़े को खुद रियलाइज हो जाएगा । जब वो जीवित रहते हैं तो खाने के लिए हम सब बेटे उनको पूछते नहीं । लेकिन जब वे मर जाते हैं तब गाँव वाले को पूरी, कचौरी और मिठाई का भोज खिलाते हैं । यह कैसी विडम्बना है ?