एक दूसरे को शांति दिया करो
आदिश्री अरुण
भगवान कल्कि बादलों से उतर कर आएँगे और हरएक आँख उनको देखेगी । जो अविश्वासी हैं वे उस वक्त छाती पीटेंगे । सब भक्तिहीनों को उनके अभक्ति के सब कामों के विषय में, जो उनहोंने भक्तिहीन होकर किए हैं; और उन सब कठोर बातों के विषय में जो भक्तिहीन पापियों ने उसके विरोध में कही है, दोषी ठहराए जाएँगे। यह सच है कि हम तो नहीं मरेंगे बल्कि जीवित रहेंगे और बचे रहेंगे क्योंकि प्रभु कल्कि के साथ बादलों पर उठा लिए जाएँगे ताकि हवा में प्रभु कल्कि से मिलें और इस रीती से हम सदा प्रभु कल्कि के साथ रहेंगे । इन बातों से एक दूसरे को शांति दिया करो ।
मैं सच कहता हूँ कि जैसे रात को चोर आता है ठीक उसी तरह प्रभु का वह दिन आने वाला है। जब लोग कहते होंगे कि कुशल है और कुछ भय नहीं तो उन पर एकाएक विनाश आ पड़ेगा और वे किसी रीती से न बचेंगे । मैं प्रभु कल्कि जी से प्रार्थना करता हूँ कि प्रभु स्वयं तुम्हें पूरी तरह पवित्र करें और तुम्हारी आत्मा एवं प्राण और देह प्रभु कल्कि के आने तक पूरे - पूरे निर्दोष और सुरक्षित रहें।