अन्त समय के लिए क्या है ईश्वर का दिया हुआ सूचनाएँ ?
ईश्वर पुत्र अरुण
मैं यहाँ दिन और तिथि को निश्चित करने नहीं आया हूँ । मैं केवल आपको सावधान करने आया हूँ कि ईश्वर के आने का समय एकदम नजदीक है बल्कि यह दरबाजे पर है ।(धर्मशास्त्र, मत्ती 24:33) इसलिए मैं जो बात कहने जा रहा हूँ यदि उसको देखो तो समझो कि ईश्वर के आने का समय एकदम नजदीक है बल्कि यह दरबाजे पर है ।
जब तुम सभी चिन्हों पर विचार करो तो पाओगे कि यह पीढ़ी अन्त के समय में रह रही है और भगवान कल्कि जी को लोगों के सामने प्रकट होने का दिन नजदीक ही नहीं बल्कि द्वार पर खड़ा है।
समस्या यह है कि शैतान इस बात को जान जाएगा कि संसार अन्त के दिनों के कितने नजदीक हैं ? वह इस बात से चिंतित हैं कि अंत समय के चिन्हों को सुर्ख़ियों में क्यों लाया है ? भगवान कल्कि जी को लोगों के सामने उपस्थित होने की झूठी तिथि की घोषणा क्यों की गई ?
उन गलत तारीखों के आने और जाने से तो बहुत से लोग भगवान कल्कि से पूर्णतया अलग हो गए। ऐसा होना इस बात को साबित करता है कि हम सभी अन्त के दिनों में रह रहे हैं।
उन गलत तारीखों के आने और जाने से तो बहुत से लोग भगवान कल्कि से पूर्णतया अलग हो गए। ऐसा होना इस बात को साबित करता है कि हम सभी अन्त के दिनों में रह रहे हैं।
धर्मशास्त्र, मत्ती का अध्याय 24 में ईश्वर ने यह कहा कि तुम लड़ाई, युद्ध और भूकंप कि चर्चा सुनेगे लेकिन उस समय संसार का अन्त नहीं होगा बल्कि यह तकलीफ अन्त समय के आजाने की शुरुआत का समय होगा। तकलीफ का वास्तविक अर्थ होता है दर्द अर्थात जन्म - कष्ट (बर्थ पेन) ; बच्चा को जन्म लेने से पहले का दर्द । जब प्रसव पीड़ा बार - बार बढ़ता और घटता है तब यह पता चलता है कि अब औरत बच्चा को जन्म देगी ठीक इसी प्रकार जब बार - बार तुम युद्ध और भूकंप को आते देखो तो समझ जाओ कि अब अन्त समय करीब है और अब भगवान कल्कि जी को लोगों के सामने प्रकट होने का समय बहुत दूर नहीं है ।
विकिपीडिया के अनुसार युद्ध का लिस्ट निम्न प्रकार है :
15वीं सदी – 29 युद्ध
16वीं सदी – 59 युद्ध
17वीं सदी – 75 युद्ध
18वीं सदी – 69 युद्ध
19वीं सदी – 294 युद्ध
20वीं सदी – 278 युद्ध
21वीं सदी के पहले चरण में 55 युद्ध, अगले 100 वर्षों में मानवता
के लिए 550 युद्ध
विकिपीडिया के अनुसार अकाल का लिस्ट निम्न प्रकार है :
15वीं सदी – 6 famines
16वीं सदी – 10 famines
17वीं सदी – 24 famines
18वीं सदी – 28 famines
19वीं सदी – 30 famines
20वीं सदी – 44 famines
21वीं सदी के पहले चरण में 12 famines, अगले 100 वर्षों में 120 famines
विकिपीडिया के अनुसार भूकंप का लिस्ट जो तीब्रता 7.0 और इससे अधिक है निम्न प्रकार है :
15वीं सदी – 2 earthquakes
16वीं सदी – 3 earthquakes
17वीं सदी – 7 earthquakes
18वीं सदी – 13 earthquakes
19वीं सदी – 29 earthquakes
20वीं सदी – 123 earthquakes
21वीं सदी के पहले चरण में 144 earthquakes जिसकी तीब्रता 7.0 और इससे अधिक है, अगले 100 वर्षों में 1,440 earthquakes.
आने वाले समय में शैतान के द्वारा उपदेश किया जाएगा जिस कारण बहुत से लोग उसके शिक्षाओं पर मन लगाकर विश्वास से बहक जाएँगे ।(धर्मशास्त्र, 1 तीमुथियुस 4:1) अन्त के समय को "खतरनाक समय" कहा गया है क्योंकि उस समय आदमी का चरित्र बहुत बुरा हो जाएगा और लोग सत्य का विरोध करेंगे । (धर्मशास्त्र, 2 तीमुथियुस 3:1–9; 2 थिस्सलुनीकियों 2:3)