मेरी क्रिसमस के शुभ अवसर पर आदिश्री अरुण का सन्देश
मेरी क्रिसमस के शुभ अवसर पर ईश्वर पुत्र अरुण ने लोगों को सन्देश देते हुए कहा कि - प्रथम मनुष्य अर्थात प्रथम आदम जीवित प्राणी बना और अन्तिम आदम जीवनदायक आत्मा बना। परन्तु आदम पहले आत्मिक न था, पर स्वाभाविक था, इसके बाद वह आत्मिक हुआ । अर्थात आदम पहले आत्मिक देह (शरीर) में नहीं था बल्कि वह स्वाभाविक देह (शरीर) में था। ईश्वर का कहना नहीं मान कर उसने पाप किया और उस पाप के कारण वह स्वाभाविक देह (शरीर) से आत्मिक देह (शरीर) में आगया । स्वाभाविक देह (शरीर) में लोग नहीं मरते हैं और आत्मिक देह (शरीर) में लोगों को मरना पड़ता है । मनुष्य को आत्मिक देह (शरीर) से स्वाभाविक देह (शरीर) में ले जाने के लिए मैं पिता की गोद से उतर कर धरती पर आया हूँ ।