क्या है ईश्वर का 11 वादा ?
ईश्वर पुत्र अरुण
क्या है ईश्वर का 11 वादा ?
ईश्वर मनुष्य नहीं कि वे झूठ बोले । तुम्हारे पड़ोसी झूठ बोल सकते हैं, तुम्हारे घर वाले झूठ बोल सकते हैं, तुम्हारे रिस्तेदार झूठ बोल सकते हैं, तुम्हारे दोस्त झूठ बोल सकते हैं लेकिन ईश्वर कभी भी झूट नहीं बोलेंगे । ईश्वर का वादा कभी भी फेल नहीं होता है ।
वे जो वादा करते हैं उसको वे अवश्य ही पूरा करते हैं । धर्मशास्त्र, 1 राजा 8 :56 यह कहता है कि "जितनी भलाई कि बातें ईश्वर ने अपने दास मूसा के द्वारा कहा था, उनमें से एक भी बिना पूरी हुए नहीं रही ।" इसका कारण यह है कि ईश्वर तुम्हारे जरुरत के सभी चीजों को पूरा करने का श्रोत है । उन्होंने वादा किया कि तुमको जिन - जिन चीजों कि जरुरत होगी उसको मैं दूंगा । धर्मशास्त्र फिलिप्पियों 4 :19 यह कहता है कि ईश्वर अपने उस धन के अनुसार जो महिमा सहित ईश्वर में है तुम्हारी हर एक घाटी को पूरा करेगा । इससे साफ स्पष्ट होता है कि ईश्वर तुम्हारे जरूरतों को पूरा करे के लिए खुद को वाध्य करता है चाहे वह भोजन हो चाहे कपडा हो, चाहे घर हो चाहे भाईचारा हो, चाहे प्यार हो चाहे उद्धार हो । ईश्वर ने वादा किया कि जो ईश्वर से प्रेम रखते हैं उनके लिए सब बातें मिलकर भलाई को उत्पन्न करती है। (धर्मशास्त्र, रोमियों 8 :28) इस बात को देख कर हमारे लिए समझना बड़ा मुश्किल होगा कि ईश्वर के द्वारा यह किस प्रकार पूरा किया जाता है जिसके लिए उन्होंने वादा किया ।
ईश्वर के 11 वादे निम्नलिखित हैं :
(1) ईश्वर ने वादा किया कि यदि तुम अपने ईश्वर को ढूंढोगे तो वह तुमको मिल जायेगा । (धर्मशास्त्र, व्यवस्थाविवरण 4:29)
(2) ईश्वर ने वादा किया कि उनका प्यार कभी कम नहीं होगा। (धर्मशास्त्र, 1 इतिहास 16:34)
(3) ईश्वर ने वादा किया कि उन सबके लिए मेरा आशीष है जो ईश्वर के युक्तियों पर चलता है और आनंदित होता है । (धर्मशास्त्र , भजन संहिता 1:1–3)
(4) ईश्वर ने वादा किया कि वे हमारे लिए लौट कर वापस आएंगे । (धर्मशास्त्र, यूहन्ना 14:2–3)
(5) ईश्वर तुम्हारे लिए लड़ेंगे और तुम शान्ति बनाये रहो या चुपचाप रहो।
(धर्मशास्त्र, निर्गमन 14:14)
(6) यह ईश्वर तेरे आगे - आगे चलनेवाल ईश्वर है, यह तेरे संग रहेगा, यह न तुझे छोड़ेगा और न तुझे धोखा देगा । (धर्मशास्त्र, व्यवस्थाविवरण 31:8)
(7) ईश्वर ने वादा किया कि मैं तुम्हारे संग रहूँगा, जहाँ कहीं तू जाएगा वहां तेरी रक्षा करूँगा । मैं अपने कहे हुए को जब तक पूरा न कर लूँ तब तक तुझको न छोडूंगा । (धर्मशास्त्र, उत्पत्ति 28:15)
(8) क्या मैंने तुम्हें आज्ञा नहीं दी ? हियाब बांधकर दृढ हो जाओ, भय न खा, तेरा मन कच्चा न हो,क्योंकि जहाँ तू जायेगा वहां - वहां तेरा परमेश्वर तेरे संग रहेगा । (धर्मशास्त्र, यहोशू 1:9)
(9) ईश्वर ने कहा कि जिस मार्ग में वह चलेगा मैं उनको निर्देश दूंगा और उनको शिक्षा दूंगा। अपने आँखों के आगे मैं उनको रास्ता दिखाऊंगा। (धर्मशास्त्र, भजन संहिता 32:8)
(10) तू अपनी समझ का सहारा न लेना बल्कि सम्पूर्ण मन से ईश्वर पर भरोसा रखना। उसी को स्मरण करके सब काम करना तब वह तेरे लिए सीधा मार्ग निकालेगा I (धर्मशास्त्र, नीति वचन 3:5-6)
(11) ईश्वर ने वादा किया कि जो कोई ईश्वर की बाट जोहते हैं, वे नया बल प्राप्त करते जायेंगे, वे उकाबों के जैसा उड़ेंगे, वे दौड़ेंगे, चलेंगे और नहीं थकेंगे (धर्मशास्र , यशायाह 40:31)