क्या है पड़ेशानी से बहार निकलने का 5 उपाय ?
(ईश्वर पुत्र अरुण )
क्या है पड़ेशानी से बहार निकलने का 5 उपाय ?
हे संसार में रहने वाले लोगों ! परमेश्वर जानते हैं कि संसार तो पड़ेशानी में आएगी । संसार में कौन रहते हैं ? हम और आप । इसलिए पड़ेशानी में कौन पड़ेंगे ? हम और आप । इसलिए परमेश्वर ने कहा कि मैं तुम्हें न छोडूंगा और न तुम्हें त्यागूंगा । (धर्मशास्त्र, इब्रानियों 13 :5) आपके जमाने के लोग धन दौलत के पीछे भाग रहे हैं और केवल मैं अकेला करोड़ों अरबों की आवादी में कहने वाला व्यक्ति हूँ कि तुम दृढ हो, पड़ेशानी से न डर और न भयभीत हो बल्कि तुम एक मात्र परमेश्वर कि खोज में भाग तो परमेश्वर न तो तुम्हें छोड़ेंगे और न कभी त्यागेंगे । (धर्मशास्त्र,व्यवस्थाविवरण 31 : 6) कठिन समय जीने कि वजह से ही तुम पर आयी हैं । (धर्मशास्त्र, २ तीमुथियुस 3 :1) तुम परमेश्वर पर भरोसा रखो और और उस भरोसे के मुताविक काम करो तो वह परमेश्वर तुम्हें मुश्किल से भी मुश्किल हालात में संभालेंगे रहेंगे। मुश्किल के हालात में तुम निवेदन, प्रार्थना और विनती, धन्यवाद के साथ परमेश्वर के सामने रखो । (धर्मशास्त्र, फिलिप्पियों 4 :6) परमेश्वर और तुम्हारे बीच में एक व्यक्ति है जिससे तुम्हारा आनंद पूरा हो जायेगा और वह व्यक्ति है ईश्वर पुत्र ।अचानक नौकरी छूटने पर और व्यापार बंद होने पर या अचानक व्यापार ख़राब होने पर मत घबराओ। वैसे घड़ी में परमेश्वर की प्रार्थना और बढ़ा दो । परमेश्वर की प्रार्थना निश्चित ही तुम्हारी मदद करेगा। ऐसा करना शायद आसान नहीं है, मगर नामुमकीन भी नहीं है । ऐसे बुरे वक्त में दूसरों के साथ हरि चर्चा करो, सत्संग में जाओ । ऐसा करने से तुम्हारा हौसला बढ़ेगा । बुरे दिन में चिंता करने से अच्छा है कि तुम आध्यात्मिक कामों में व्यस्त रहो, गुरु की सेवा करो, इससे आपको ख़ुशी मिलेगी।तुम अपने मार्ग की चिंता ईश्वर पर छोड़ दो और उस ईश्वर पर भरोसा रखो, वही ईश्वर पड़ेशानी को हल करेगा। तुम अपनी समझ के मुताविक काम मत करो बल्कि ईश्वर के आदेश पर भरोसा रखो और ईश्वर के मार्ग-दर्शन में कार्य करो । ईश्वर की नजर तुम पर है । धर्मशास्त्र, यशायाह 41 :10 में ईश्वर ने कहा कि तुम इधर - उधर मत ताक, मैं तेरा परमेश्वर हूँ , मैं तुम्हें दृढ करूँगा और मैं तेरी सहायता करूँगा । तुम अपने हालात के बारे में शिकायत किये बिना चुपचाप ईश्वर के द्वारा निश्चित किये गए वक्त का इन्तजार करो।