भगवान कल्कि ने कब लिया अवतार और इस समय क्या है उनका उम्र, कहाँ और कब हुआ उनकी शादी ?
(ईश्वर पुत्र अरुण )
इतिहास और पौराणिक कथा को देखिए । भगवान राम और भगवान कृष्ण के आने के बारे में कोई नहीं जाना। यहाँ तक कि भगवान कृष्ण सात साल की उम्र में सात दिनों तक गोवर्धन पर्वत को कँगूलिया अँगुली से उठाये रहे फिर भी न तो मथुरा के राजा कंस ने जाना और न मथुरा के लोग ही जान पाए कि कृष्णावतार होगया। भगवान बुद्ध के बारे में कोई भी नहीं जाना कि ये भगवान विष्णु के अवतार हैं। ठीक उसी तरह भगवान कल्कि जी भी शम्भल ग्राम में दिनांक 2 मई 1985 को वैशाख मास शुक्ल पक्ष द्वादशी को अवतार लिए लेकिन कल्कि जी के अवतार लेने के बारे में कोई नहीं जाना। कल्कि पुराण 1;2:15 तथा कल्कि कम्स इन 1985 पुस्तक के तीसरा अध्याय ऊपर लिखे बातों की पुष्टि करता है। धर्मग्रन्थ के अनुसार भगवान कल्कि उत्तर भारत के शम्भल ग्राम में श्रेष्ठ ब्राह्मण (Group of Brahman) विष्णुयश के घर अवतार लेंगे । उत्तर भारत में दो शम्भल ग्राम है - एक मुरादाबाद में तथा दूसरा मथुरा और वृन्दावन के बोर्डर पर (गौड़ी मठ के पास) । मुरादाबाद शम्भल में 98 % मुस्लिम हैं तथा 2 % में अन्य जातियाँ निवास करती है तथा यहाँ बहुत कम ही ब्रह्मण परिवार हैं। यहाँ के अधिकतर लोग इस्लाम धर्म को मानने वाले हैं और भगवान कृष्ण पूजा करने वाले लोग नहीं के बराबर हैं । अतः इस शम्भल में Group of Brahman की कल्पना ही नहीं किया जासकता है । मथुरा और वृन्दावन के बोर्डर पर (गौड़ी मठ के पास) जो शम्भल है वहाँ पार ब्रह्मणों की संख्या बहुत ही अधिक लोग हैं तथा यहाँ के अधिकतर लोग भगवान कृष्ण की पूजा करने वाले हैं । अतः यही शम्भल भगवान कल्कि जी का अवतार स्थान है। संक्षिप्त भविष्यपुराण 4;5:27-28 ; प्रतिसर्ग पर्व, चुतुर्थ खंड पेज नो 331 के अनुसार भगवान श्री विष्णु ने कहा कि मैं देवताओं के हित और दैत्यों के विनाश के लिए कलियुग में अवतार लूंगा और कलियुग में भूतल पर स्थित सूक्ष्म रमणीय दिव्य वृन्दावन में रहस्यमय एकांत - क्रीड़ा करूँगा। घोर कलियुग में सभी श्रुतियाँ गोपी के रूप में आकर रासमंडल में मेरे साथ रासक्रीड़ा करेगी। कलियुग के अंत में राधा जी के प्रार्थना को स्वीकार करके मैं रहस्यमयी क्रीड़ा को समाप्त कर के कल्कि के रूप में अवतीर्ण होऊंगा ।
इस समय (Presently) भगवान कल्कि की आयु 31 साल है तथा इनकी शादी पद्म जी के साथ 4 अप्रैल 2006 को श्रीलंका में हुई ।