आदिश्री का उपदेश जीवित रहने के लिए है और यह तीन विभिन्न चीजों पर आधारित है जिसे आदिश्री फेथ कहते हैं । ये तीन विभिन्न चीजें निम्न लिखित हैं -
(१) परमेश्वर के स्तित्व में विश्वास
(2) परमेश्वर के सार की एकता में विश्वास और मनुष्य के अंदर आत्मा की सत्ता में विश्वास
(३) जन्म - मृत्यु और पुनर्जम चक्र
जो कोई आदिश्री अरुण के उपदेश में विश्वास करता है और जो केवल एक परमात्मा में विश्वास रखता है तथा यह सभी अध्यात्मिकता के मुख्य स्रोत है (Fountain-Head of all spirituality) और केवल एक मात्र यही परमेश्वर संपूर्ण ब्रह्माण्ड को रचाने वाले हैं और केवल एक मात्र इन्हीं परमेश्वर से सभी आत्मा निकले हैं तो उन लोगों को आदिश्री अरुण के उपदेश प्राप्त है।
(१) परमेश्वर के स्तित्व में विश्वास
(2) परमेश्वर के सार की एकता में विश्वास और मनुष्य के अंदर आत्मा की सत्ता में विश्वास
(३) जन्म - मृत्यु और पुनर्जम चक्र
जो कोई आदिश्री अरुण के उपदेश में विश्वास करता है और जो केवल एक परमात्मा में विश्वास रखता है तथा यह सभी अध्यात्मिकता के मुख्य स्रोत है (Fountain-Head of all spirituality) और केवल एक मात्र यही परमेश्वर संपूर्ण ब्रह्माण्ड को रचाने वाले हैं और केवल एक मात्र इन्हीं परमेश्वर से सभी आत्मा निकले हैं तो उन लोगों को आदिश्री अरुण के उपदेश प्राप्त है।