गुरूर्ब्रह्मा गुरूर्विष्णु
र्गुरूदेवो महेश्वरः।
गुरुः साक्षात परं
ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः॥
गुरु हैं ज्ञान का सागर, नष्ट करे अज्ञान का अँधेरा।
खुशियों से घर भरे तुम्हारा, आनंदमय हो मन तुम्हारा।।
खुशियों से घर भरे तुम्हारा, आनंदमय हो मन तुम्हारा।।
*पूर्णिमा का अर्थ क्या होता है ?
"पूर्णिमा" का अर्थ होता है पूर्ण आकार में चन्द्रमा का होना। "पूर्णिमा" शब्द का प्रयोग इसलिए किया गया है क्योंकि गुरु पूर्णिमा के पर्व के दिन चन्द्रमा पूर्ण कला (पूर्ण आकार) में होता है।
*गुरु पूर्णिमा कब है ?
गुरु पूर्णिमा 9 जुलाई 2017 ; Sunday को है।
गुरु पूर्णिमा पर क्या करें :
* यह पर्व श्रद्धा से मनाना चाहिए, अंधविश्वास के आधार पर नहीं।
* इस दिन
वस्त्र, फल, फूल व माला अर्पण कर गुरु को प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करना चाहिए।
* गुरु अथवा उनके चित्र की पूजा करें (Thoughts में) उन्हें यथा योग्य दक्षिणा देना चाहिए। यह केवल उन लोगों के लिए है जो किसी कारण से अपने गुरूदेव के पास नहीं पहुँच सकते हैं ।
*गुरु का आशीर्वाद सभी-छोटे-बड़े लोगों के लिए कल्याणकारी तथा ज्ञानवर्द्धक होता है।
*गुरु का आशीर्वाद सभी-छोटे-बड़े लोगों के लिए कल्याणकारी तथा ज्ञानवर्द्धक होता है।
क्या करें गुरु पूर्णिमा के दिन :
* प्रातः घर की सफाई, स्नानादि नित्य कर्म से निवृत्त होकर साफ-सुथरे वस्त्र धारण करके तैयार हो जाएं।
* घर के किसी पवित्र स्थान पर सफेद वस्त्र बिछाना ।
* फिर
हमें 'गुरुपरंपरासिद्धयर्थं व्यासपूजां करिष्ये' मंत्र से पूजा का संकल्प लेना चाहिए।
* तत्पश्चात दसों दिशाओं में
अक्षत छोड़ना चाहिए।
* फिर
गुरु के नाम मंत्र से पूजा का आवाहन करना चाहिए।
* अब अपने गुरु अथवा उनके चित्र की पूजा करें (Thoughts में) उन्हें यथा योग्य दक्षिणा देना चाहिए। यह केवल उन लोगों के लिए है जो किसी कारण से अपने गुरूदेव के पास नहीं पहुँच सकते हैं ।
*गुरु पूर्णिमा का पर्व क्यों मनाया जाता है ?
गुरु पूर्णिमा राष्ट्रिय स्तर का पर्व है जो गुरु में समर्पण को व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है ।
गुरु पूर्णिमा का इतिहास क्या है ?
प्राचीन समय में गुरु वेद व्यास जी चार वेद लिखे थे जो भगवान ब्रह्मा जी के द्वारा सुनाया गया था। सारे संसार के लोग गुरु वेद व्यास जी के इस पुनित कार्य के लिए कर्जदार हैं। उन्होंने 18 महा पुराण लिखा। उस समय गुरु के प्रति समर्पण को व्यक्त करने के लिए एक दिन निश्चित किया गया जिसको गुरु पूर्णिमा पर्व कहते हैं।