Are We Living in the End Time ?
क्या हम अन्त के दिनों में रह रहे हैं ?
ईश्वर पुत्र अरुण
We are NOT here to set dates or times. We are here only to warn the world that the second coming of Lord Kalki / Lord / Lord Narayana / Jesus Christ is NEAR, even "at the door" ... Bible, Matthew 24:33 ...'So likewise ye, when ye shall see all these things, know that it is near, even at the doors.'
मनुष्य संसार के अन्त के दिनों में प्रवेश करने के लिए कदम आगे बढ़ा रहा है । इसके आगमन के बारे में कई धर्मशास्त्र ने कई भविष्यवाणियाँ की है । उसमें से एक है "एक ऐसा राजा होगा जिसमें जानवर के निशान को लागू करने की क्षमता होगी। " अब सबाल यह उठता है कि पशु (जानवर) और मनुष्य में क्या अन्तर है ? जबाब दिल थाम कर सुनिये । मनुष्य भी भोजन करता है और पशु (जानवर) भी भोजन करता है। वंश बढ़ाने के लिए मनुष्य भी सन्तान उत्पन्न करता है और वंश बढ़ाने के लिए पशु (जानवर) भी सन्तान उत्पन्न करता है । दुश्मनों से रक्षा के लिए मनुष्य अस्त्र - शस्त्र, बन्दुक, राइफल, बम इत्यादि इस्तेमाल करता है और दुश्मनों से रक्षा के लिए पशु (जानवर) भी सिंग, पूछ और पैर इत्यादि का इस्तेमाल करता है । मनुष्य धर्म का पालन करता है किन्तु पशु (जानवर) धर्म का पालन नहीं करता है । इसलिए इस मौजूद समय में जो राजा होगा वह धर्म का पालन नहीं करेगा क्योंकि वह मनुष्य नहीं बल्कि पशु है, जानवर है । अर्थात मनुष्य मर जाए या पड़ेशानी में आजाए या उसके बेटी की शादी रुक जाए, या बीमारी के इलाज के लिए अपना ही रुपया बैंक से नहीं निकाल पाए या असामर्थ्यवान व् बूढा बैंक से अपने रूपये निकालने के लिए लाइन में नहीं लग पाए इससे उस राजा को कोई मतलब नहीं होगा; क्योंकि वह धर्म का पालन करना चाहेगा ही नहीं - जो इस सच को बतलाता है कि वह राजा पशु है । क्या आप जानते हैं कि आपके एक सच बोलने से किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाय तो कितना बड़ा पाप है ? आपके एक फैसले से किसी आदमी की यदि मृत्यु हो जाय तो कितना बड़ा पाप है ? यदि किसी के फैसले से अगर 84 आदमी मर जाए तो कितना बडा पाप हुआ ? पाप की मजदूरी मृत्यु है। लेकिन पाप और पूण्य पर विचार अथवा गौर फरमाने का काम तो मनुष्य करेगा पशु या जानवर नहीं कर सकता है । यही तो मनुष्य और पशु या जानवर में खास अन्तर है । ऐसे राजा अन्त के दिनों में आएंगे और उसके बारे में धर्मशास्त्र, प्रकाशितवाक्य 13 :1 -5 में यह भविष्यवाणी किया गया है कि "मैंने एक पशु को समुद्र में से निकलते हुए देखा (अर्थात वह राजा जहाँ रहता है वहां पर समुद्र होगा), जिसके दस सींग और सात सिर थे । यानि कि उसके पास लड़ने की दस कलाएँ होंगी और उसके पास सात राजा तुल्य लोग (राजनेता) समर्थक होंगे । और उसके सींगों पर दस राज मुकुट (इसका अर्थ है दस देश के राजाओं का समर्थन) और उसके सिरों पर निंदा के नाम लिखे हुए होंगे । जो पशु मैंने देखा वह चीते के समान था, उसके पाँव भालू के जैसा था, मुँह सिंह के जैसा था और उस अजगर ने (शैतान ने) अपनी सामर्थ्य और अपना सिंहासन और बड़ा अधिकार उसे दे दिया । मैंने उनके सिरों में से एक पर ऐसा भारी घाव लगा देखा मानो वह मरने पर है, फिर उसका प्राणघातक घाव ठीक हो गया और सारी पृथ्वी के लोग उसके पीछे - पीछे चले । लोगों ने अजगर (शैतान) की पूजा की क्योंकि उसने पशु व् जानवर को अपना अधिकार दे दिया था; यह कहा गया कि इस पशु के समान कौन है ? कौन उससे लड़ सकता है ? बड़े बोल बोलने और निंदा करने के लिए उसको एक मुँह दिया गया ।"
धर्मशास्त्र, प्रकाशित वाक्य 13 :16 -17 में उस राजा के सम्बन्ध में यह भविष्यवाणी किया गया है कि उसने छोटे, बड़े, धनि, कंगाल, स्वतंत्र, दास सबके दाहिने या उनके माथे पर एक छाप करा दी कि उसको छोड़ जिस पर छाप अर्थात उस पशु का नाम या उसके नाम का अंक हो वह कोई लेन - देन न कर सके । अर्थात पुराने रुपए से कोई भी आदमी खरीद - बिक्री न कर सके और न अपने पास उस रूपये को जमा रख सके। मनुष्य केवल उसी रुपए से लेन - देन कर सकेगा या केवल उसी रूपये को अपने पास रख सकेगा जिस पर पशु (जानवर) का छाप हो । आज आप 2000 और 500 रुपए के नोट पर अंकित अंतरिक्ष में सेटेलाइट का जो फोटो है उसके सामने मोबाईल कैमरा का लेंस ले जाकर देखिए तो आपको भाषण देते हुए (8 नवम्बर को भाषण देते हुए ) देश के राजा का फोटो (राजा का मुँह - बोलते हुए ) दिखाई देगा ।
देश के राजा का फोटो 2000 और 500 रुपए के नोट पर कैसे देखें :
सबसे पहले आप मोबाईल पर Modi App डाऊनलोड करें। इसके बाद उपर Modi तथा नीचे Keynote लिख कर दो बार क्लिक करें। ऐसा करने से मोदी का बोलता हुआ चेहरा मोबाईल पर आजाएगा। तब 2000 रुपए के नोट के उपर अंकित - अंतरिक्ष में सेटेलाइट का जो फोटो है उसके सामने मोबाईल कैमरा का लेंस ले जाकर देखिए तथा 500 रुपए के नोट के उपर अंकित - लालकिला का जो फोटो है उसके सामने मोबाईल कैमरा का लेंस ले जाकर देखिए तो आपको भाषण देते हुए देश के राजा का फोटो दिखाई देगा।
धर्मशास्त्र, प्रकाशित वाक्य 13 :16 -17 अन्त के दिनों के बारे में भविष्यवाणी करते हुए लोगों को चेतावनी दिया है कि अन्त दिनों के उपस्थित समय के दौरान संसार के लोगों को पशु (जानवर) सिस्टम की छाप को लेने के लिए जबरदस्ती किया जाएगा अर्थात कम्पेल किया जायेगा । अर्थात आप केवल उसी रुपए का लेन - देन करें या केवल उसी 2000 और 500 रुपए के नोट को अपने पास रखें जिस पर पशु (जानवर) का छाप हो ।
धर्मशास्त्र अध्याय 13 यह भविष्यवाणी करता है कि जो इस छाप को (पशु व् जानवर के छाप को) नहीं लेगा वह लेन - देन, खरीद - बिक्री नहीं कर सकता है । इस छाप वाले रूपये से (पशु व् जानवर के छाप वाले रूपये से) छुटकारा पाने के लिए आगे क्या करना पड़ेगा ? आपसे कैस व् रूपये रखने का अधिकार छीन लिया जाएगा और लेन - देन करने के लिए या किसी को पेमेंट करने के लिए आपको एलेक्ट्रोनिक - पेमेंट (मशीन) साधन को उपयोग में लाने के लिए कहा जाएगा । तब किसी भी व्यक्ति के धन को या रूपये को या एकाउंट को बटन दबा कर सील करना आसान हो जाएगा जो उस राजा अर्थात पशु (जानवर) के पीछे -पीछे नहीं चलेगा । अब प्रश्न यह उठता है कि क्या सच-मुच ऐसा समय आगया है ? हाँ , वर्तमान समय में आपके आगे यही घटना घट रही है और यह टेक्नोलोजी आपके देश में विकसित हो चुकी है। आपकी सरकार इसी सिस्टम को पालन करने के लिए आपको कम्पेल कर रही है । यह चिन्ह, यह घटना आप सबको इस बात से अबगत कराती है कि आप अन्त के दिनों में पहुँच चुके हैं और किसी भी वक्त परमेश्वर आपके सामने उपस्थित हो सकते हैं । वह परमेश्वर कब, कहाँ और किस समय उपस्थित होंगे इसकी जानकारी उस परमेश्वर को छोड़ किसी भी व्यक्ति के पास नहीं है।