माधवी : आदि श्री
अरुण जी के
चरणों में मेरा
नमन स्वीकार हो
।आदि श्री जी,
मेरी जिज्ञासा मानसरोवर
झील और सुन्न
द्वार के बारे
में जानने की
है ।मैं चाहती हूँ
कि इसके बारे
में आप मुझे
संक्षिप्त में बताएं
। क्या मुझको
जानने का अवसर
मिलेगा ?
आदि श्री अरुण
: मैं जानता हूँ
कि आप परमेश्वर
के घर के
मार्ग को जानना
चाहती हैं परन्तु
आधे -अधूरे ज्ञान
से आप अपने
लक्ष्य तक नहीं
पहुँच सकते हैं
। मैं आपको
निराश नहीं कर
रहा हूँ बल्कि
जो सत्य है
वह बता रहा
हूँ । ऐसा
भी नहीं है
कि मैं आपके
प्रश्नों का जबाब
नहीं देना चाहता
हूँ । आप
पूर्ण रूप से
सूरत शब्द योग
के बारे में
जानिए और किसी
एथोराइज्ड गुरु के
के पास जा
कर प्रैक्टिकल अभ्यास
कीजिये । मैं
आपको मानसरोवर झील
और सुन्न द्वार
के बारे में
संक्षिप्त में बता
रहा हूँ, ध्यान से
सुनिए ।
दसम द्वार के ऊपरी
भाग को सुन्न
द्वार कहते हैं
। यहाँ पर
अन्धेरा है और
यहाँ पर कोई
आवाज नहीं है।
दसम द्वार और
सुन्न द्वार के
बीच में है
। दसम द्वार
से तुरत सटा
मानसरोवर झील है
। आत्मा मानसरोवर
झील में स्नान
कर PURE बन जाता
है और स्नान
करने के बाद
ऊपर की ओर
आगे बढ़ती है
। सुन्न को
ही आत्म पद
अथवा SPIRIT POLE कहते
हैं । इस
स्थान पर पहुंचने
पर पाँच तत्व,
तीनों गुण, शारीर,
प्रकृति और पुरुष
अलग हो जाते
हैं । जो
व्यक्ति सुन्न द्वार तक
पहुँच जाता है
उसको PERFECT साध कहते
हैं ।